तुम्हें कितनी सैलरी मिलती है? तुम्हारा वेतन कितना है, महीने भर में कितना पैसा कमा लेते हो? इस काम में तुम्हें महीने भर में कितना मिल जाता है? इस तरह के सवाल आपको अपनी जिंदगी में न जाने कितनी बार सुनने को मिले होंगे. खासतौर से जब आप किसी पब्लिक पैलेस पर या फिर अपने दोस्तों के बीच बैठे हुए होते हैं, या फिर रिश्तेदारों के बीच होते हैं तब कोई भी आपसे इस तरह का सवाल पूछ लेता है.
जब यह सवाल पूछा जाता है तो उस समय किसी के लिए भी एक असमंजस वाली स्थिति बन जाती है, क्योंकि यह सवाल बेहद निजी है. यह आपकी हैसियत से जुड़ा होता है. आमतौर पर हम सभी जानते हैं कि ज़्यादातर देश में मध्यवर्गीय लोग हैं और इस महंगाई के जमाने में हर कोई बस किसी न किसी तरह से गुजारा कर रहा है.
हर किसी के सामने अपनी मजबूरियाँ न गिनाएं
सभी लोग अमूमन किसी न किसी तरह से अपने घर को चला रहे हैं, कैसे भी उठा-पटक करके अपने बीवी बच्चों को अपने परिवार को पाल रहा है, अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए यह सिर्फ वही जानता है कि वह कितने पापड़ बेल रहा है. महीने भर में उसके हाथ में जब चाँद रुपए बचते हैं तो हिसाब लगाना बड़ा मुश्किल हो जाता है कि किसको बकाया और उधर चुकाएं और किसको नहीं.
जब आपसे आपके दोस्तों या रिश्तेदारों के बीच जब कोई ये सवाल कर देता है कि ‘महीने भर में कितना कमा लेते हो’ तब आपको खीज महसूस होने लगती है, कि अब इन लोगों को क्या बताएं. लोग न चाहते हुए भी या तो अपनी सैलरी को ज्यादा बता देते हैं और उनको इस तरह से शर्मिंदगी से बचने के लिए कभी-कभी झूट का सहारा लेना पड़ता है.
अगर आपके दोस्तों के बीच बैठे हैं और आपकी सैलरी कम हुई तो इस तरह से आपको थोड़ा सा नीचा भी देखना पड़ सकता है. आपको थोड़ा शर्मिंदगी महसूस होती है कि यार दोस्त इतने पैसे कम रहे हैं, मेरी महीने की इन्कम उनसे काफी कम है. मेरी सैलरी उनकी कमाई के आगे तो कुछ भी नहीं है.
अपनी तुलना किसी से न करें, आगे कैसे बढ़ें सिर्फ ये सोचें
आपको एक बात बता दें कि सबसे पहले तो आप अपने को किसी से Compare (तुलना) मत करो. आप जो हो वैसा इस दुनिया में दूसरा कोई नहीं है. हर इंसान में एक क़ाबलियत होती है जो काम आप कर सकते हो वो कोई दूसरा हूबहू नहीं कर सकता है. आप अपने आपमें बेहद स्पेशल हो.
इस बात पर कभी गौर मत करना कि कुछ लोगों की सैलरी आपसे इतनी ज्यादा है, उनके आगे मैं तो कुछ भी नहीं कमाता. इस दुनिया में हर एक कोई किसी न किसी से बड़ा होता है. इस तरह की सोच आपको जीवन में पीछे धकेलने का काम कर सकती है.
जब आप इस तरह की एक अजीब सिचुएशन में फंस जाते हैं, तो यह चीज आपके लिए बड़ी चैलेंजिंग हो जाती है, और एक बात आप अच्छी तरह से समझ लें, आपकी सैलरी आपके लिए एक निजी जानकारी है जिसे आपको किसी के साथ तब तक शेयर नहीं करना चाहिए जब तक उसकी जरूरत ना हो.
जब कोई आपसे आपकी सैलरी या कमाई के बारे में पूछे तो उसको ऐसे जवाब दें
अगर आपसे कोई आपके वेतन पैकेज के बारे में जानना चाहे तो सबसे पहले उसे साफ इंकार कर दें, वह भी बड़े सरल तरीके से “माफ कीजिए मैं इस तरह की जानकारी किसी के भी साथ साझा नहीं करता हूं” या फिर आप इस तरह से बोल सकते हैं, मुझे लगता है यह एक निजी सवाल है, इसलिए मैं इस बात का जवाब देने में असहज महसूस करता हूं, या फिर यूँ कहिये “फिलहाल में आपके इस सवाल का जवाब देने के लिए कंफर्टेबल नहीं हूँ.
इस तरह से आप सामने वाले के बेतुके सवाल से बच सकते हैं, इसमें आपको किसी तरह की दिक्कत भी नही होगी. कुछ लोगों की आदत होती है रिश्तेदारों या दोस्त यारों के बीच बैठकर बेवजह गप्प मार’ने की और वह ऐसी बातें बोलते चले जाते हैं जिनकी वहां कोई जरूरत और अहमियत नहीं होती. इस तरह की चीजें जानने का हक सिर्फ उसी इंसान को होना चाहिए जो आप को समझता हो या जो आपके बेहद करीब हो. लेख पसंद ए तो इसको अपनी वाल पे ज़रूर शेयर कीजिये. शुक्रिया!